परिपत्र किसे कहते हैं? Paripatra Kise Kahate Hain | 2024

परिपत्र किसे कहते हैं? क्या आपको इस प्रश्न का जवाब पता है अगर नहीं तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको परिपत्र किसे कहते हैं? 

Paripatra kise kahate hain

इस प्रश्न का जवाब इस आर्टिकल में सम्पूर्ण जानकारी के साथ देने वाले है। तो आप इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े।
 

परिपत्र क्या है?

परिपत्र लिखित संदेश होता है। परिपत्र को “गश्ती” पत्र भी कहा जाता है। इसे अंग्रेजी में “Circular” और “Letter” भी कहते है। परिपत्र का शाब्दिक अर्थ “पत्र” या “चिट्ठी” भी होता है।

परिपत्र सरकारी पत्राचार में से एक है। परिपत्र का ज्यादातर उपयोग भारत में भारतीय सरकार द्वारा ही किया जाता है। परिपत्र को साधारण तरीके से पत्र के जैसे ही लिखा जाता है।

परिपत्र की परिभाषा क्या है?

जब कोई सूचना या आदेश एक विभाग से अनेक विभागों को भेजे जाते है तब उसे परिपत्र कहा जाता है। जब विषय एक हो और उसे पाने वाले अनेक हों तब ये परिपत्र बन जाता है यही परिपत्र की परिभाषा है।

परिपत्र किसे कहते है?

जभी किसी सूचना, आदेश, कार्य पालन, निर्णय की सूचना एक कार्यालय से अनेक कार्यालयों और अनेक कर्मचारियों को एक साथ देनी हो तब एक पत्र जारी किया जाता है जिसे परिपत्र कहते है।

पत्र को एक विभाग से अनेक विभागों में एक साथ भेजे जाने पर ही वह पत्र परिपत्र कहलाता है। किसी एक व्यक्ति से एक ही व्यक्ति को पत्र भेजे जाने पर वह परिपत्र नही कहलाता।

परिपत्र में सामान्य हिंदी भाषा का इस्तेमाल किया जाता है। ताकि जिसको भी यह परिपत्र मिले उसे इस पत्र में क्या जानकारी दी गई है वह आसानी से समझ सके। 

परिपत्र में समस्या, समाधान, आदेश, निर्देश, कार्य पालन आदि जैसे जानकारी दी जाती है। इस परिपत्र को कोई भी लिख सकता है। 

परिपत्र में स्पष्ट रूप में व्यवहारिक भाषाओं जैसे की भारत में हिंदी या इंग्लिश भाषा का उपयोग किया जाता है। इसी पत्र में अधिकारी के हस्ताक्षर से ये परिपत्र अनेक विभागों में एक साथ ही भेज दिया जाता है। 


परिपत्र कैसे लिखा जाता है?

  1. सबसे पहले पत्र के सबसे ऊपर बीच में परिपत्र लिखे।
  2. परिपत्र का अंक डाले। (परिपत्र के दाहिने ओर लिखे) 
  3. प्रेषक में विभाग का नाम डाले 
  4. सेवा में किन्हें परिपत्र भेजा जा रहा है उस विभाग का नाम डाले।
  5. परिपत्र की तारीख डाले। (परिपत्र के दाहिने ओर लिखे)
  6. विषय का नाम लिखे।
  7. महोदय, विषय को लिखे।
  8. अंत में किसके द्वारा परिपत्र भेजा जा रहा है उसके हस्ताक्षर या कार्यालय का नाम परिपत्र में होना ही चाहिए। (इसे परिपत्र के दाहिने ओर अंत में)

परिपत्र के आवश्यक तत्व 

  1. परिपत्र में जानकारी पूर्ण लिखे।
  2. परिपत्र में लिखे गए भाषा नम्रता पूर्वक होनी चाहिए।
  3. परिपत्र की भाषा सही हो।
  4. परिपत्र को सही प्रारूप में लिखे।
  5. परिपत्र में अर्ध विराम, पूर्ण विराम और अंक का सही जगह उपयोग करे।
  6. परिपत्र में विषय के बारे में शुरुवात करते वक्त थोड़ी जगह छोड़े फिर ही विषय के बारे में लिखना शुरू करे।
  7. परिपत्र पूर्ण रूप से साफ सुतरा होना चाहिए।
  8. परिपत्र में हस्ताक्षर, विभाग का नाम सही से होना चाहिए।


परिपत्र कब लिखा जाता है?

जब किसी विषय की जानकारी, सूचना, कार्यपालन, कार्य, आदेश, को एक विभाग से अनेक विभागों और अनेक कर्मचारियों तक पहुंचाना होता है तब परिपत्र लिखा जाता है।
 

परिपत्र की विशेषताएं

  • परिपत्र उच्च कार्यालयों द्वारा छोटे कार्यालयों को भेजा जाता है।
  • परिपत्र में एक ही विषय और एक ही विषय से संबंधित जानकारी होती है।
  • परिपत्र में आमतौर पर निर्देश, और कार्य की सूचना होती है।
  • परिपत्र की भाषा सरल और स्पष्ट होती है।
  • परिपत्र को पुराने समय में हाथ से लिखकर भेजते थे पर वर्तमान में डिजिटल टाइप करके ही भेजा जाता है।
  • परिपत्र जिसके द्वारा जारी किया गया होता है उसमें अधिकारी के हस्ताक्षर होते है या विभाग का नाम होता ही है।
  • परिपत्र को आदेशात्मक लिखा जाता है।
  • परिपत्र में बहुत ही कम शब्दों में ही पूर्ण जानकारी दी जाती है।
  • परिपत्र में संबोधन नही होता है।

परिपत्र का उद्देश्य

  • एक कार्यलय से अनेक कार्यालयों में आदेश या सूचना देने के लिए परिपत्र का उद्देश्य है।
  • व्यवसाय की स्थापना या व्यवसाय बंद करने के लिए।
  • कंपनी में नई सर्विस चालू करने 
  • कार्यालयों में कर्मचारी बोनस जारी करने
  • अधिकारी की छुट्टी, बदली करने 
  • व्यापार एकीकरण करने में 
  • व्यापार में किसी नई स्कीम को लाने
  • किसी विषय को साझा अनेक लोगों तक साझा करने
  • नये प्रॉडक्ट को बाजार में लाने के लिए
  • ग्राहक को प्रोडक्ट के बारे में बताने के लिए 

परिपत्र का उदाहरण

                          परिपत्र
                                                   पत्रांक-..........
प्रेषक,
…………

सेवा में,
………….
                                                   दिनांक-.........

            विषय- ………….
महोदय,
          ……………..


                      ……………………
                                                     हस्ताक्षर 
                                                     ……….

परिपत्र का नमूना, प्रारूप

Paripatra ka namuna


FAQ ( सामान्य पुछे जाने वाले प्रश्न)

Q.1 सर्कुलर को हिंदी में क्या कहते है?
सर्कुलर को हिंदी में वृत्ताकार, मंडलाकार और गोलाकार कहते है।
 
Q.2 परिपत्र के लिए अंग्रेजी पारिभाषिक शब्द क्या है?
परिपत्र के लिए अंग्रेजी पारिभाषिक शब्द सर्कुलर है।

Q.3 परिपत्र किस श्रेणी में आता है?
परिपत्र कार्यालय पत्र और सूचना पत्र की श्रेणी में आता है।

Q.4 परिपत्र द्वारा क्या भेजा जाता है?
परिपत्र द्वारा सूचना, निर्देश, अनुदेश, कार्य भेजा जाता है।

Q.5 परिपत्र के प्रकार कितने है?
परिपत्र का एक ही प्रकार है जो परिपत्र ही है।

Q.6 परिपत्र में कितने विषय होते है?
एक परिपत्र में एक ही विषय होता है।


यह भी पढ़े



निष्कर्ष 

आज के इस आर्टिकल में हमने परिपत्र किसे कहते है इस विषय की पुरी जानकारी देने का प्रयास किया है।

दोस्तों मुझे आपसे उम्मीद रहेगी की आपको इस आर्टिकल में दि गई जानकारी पसंद आयी होगा तो आप इस आर्टिकल अपने मित्रो के साथ शेयर जरूर करे।

आपको हमारे इस ब्लॉग में ओर कौन सी जानकारी चाहिए यह हमे कॉमेंट में जरूर बताएं। हम आपके दिए गए विषय का आर्टिकल इस ब्लॉग Yourinfohub.in पर पब्लिश जरूर  करेंगे। धन्यवाद।

कोई टिप्पणी नहीं

Blogger द्वारा संचालित.